जातक कथाएँ, पंचतंत्र की कहानियों की तरह ही प्राचीन हैं तथा लंबी परंपरा से पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलती जा रही हैं। बुद्धिमता व नैतिक शिक्षाओं की ये कहानियाँ २०० ई. पू. के - लगभग लिखी गईं। ये मूलतः 'पाली' भाषा में लिखी गईं तथा बाद में विभिन्न भाषाओं में इनका अनुवाद हुआ।जातक कथाएँ भगवान बुद्ध के पूर्व जन्मों का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो कभी किसी पशु, पक्षी या फिर कभी एक साधारण मनुष्य के रूप में थे। तकरीबन सभी कहानियाँ उत्तर केंद्रीय भारत के पवित्र नगर वाराणसी के आस-पास की हैं। ये कहानियाँ काफी मनोरंजक होने के साथ-साथ किसी भी आयुवर्ग के व्यक्ति को आत्म-त्याग, ईमानदारी तथा सच्चाई की राह भी दिखाती हैं। ये दर्शाती है कि अंततः बुराई पर अच्छाई की विजय होती है। यहाँ हम जातक कथाओं का सरल व रोचक संग्रह प्रस्ततु कर रहे हैं। आशा करते हैं कि युवा पाठकों को ये अवश्य भाएँगी !